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दृष्टिकोण
दृष्टिकोण
हिंदी भाषा का मानकीकरण और विकास:
व्याकरण और शब्दावली का शुद्धीकरण: हिंदी भाषा की शुद्धता और एकरूपता बनाए रखने के लिए व्याकरण और शब्दावली के नियमों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करना।
नई शब्दावली का विकास: विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और अन्य क्षेत्रों में नई शब्दावली का विकास करना और उसे मानकीकृत करना।
हिंदी साहित्य का प्रोत्साहन: हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए लेखकों, कवियों और अनुवादकों को प्रोत्साहित करना।
हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार:
शिक्षा में हिंदी: स्कूलों और विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा के शिक्षण को बढ़ावा देना।
सरकारी कार्यालयों में हिंदी: सरकारी कार्यालयों में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना।
मीडिया में हिंदी: समाचार पत्रों, टेलीविजन और रेडियो में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा को प्रचारित करना और हिंदी भाषा के शिक्षण को बढ़ावा देना।
हिंदी तकनीक का विकास:
हिंदी कंप्यूटिंग: हिंदी कंप्यूटिंग को बढ़ावा देना और हिंदी भाषा में सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन विकसित करना।
हिंदी ऑनलाइन संसाधन: हिंदी भाषा के ऑनलाइन संसाधन जैसे कि शब्दकोश, व्याकरण पुस्तकें और हिंदी भाषा सीखने के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम विकसित करना।
हिंदी भाषा और संस्कृति का संरक्षण:
हिंदी साहित्य और संस्कृति का संरक्षण: हिंदी साहित्य और संस्कृति को संरक्षित करने के लिए पुस्तकालयों और संग्रहालयों का निर्माण करना।
हिंदी भाषा के विलुप्त हो रहे रूपों का संरक्षण: हिंदी भाषा के विलुप्त हो रहे रूपों जैसे कि बोली और उपभाषाओं को संरक्षित करना।
अन्य भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी का समन्वय:
अन्य भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी भाषा का समन्वय स्थापित करना।
विदेशी भाषाओं के साथ हिंदी का समन्वय: विदेशी भाषाओं के साथ हिंदी भाषा का समन्वय स्थापित करना।
डिजिटल हिंदी: डिजिटल मीडिया के माध्यम से हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना।
युवाओं को आकर्षित करना: युवाओं को हिंदी भाषा की ओर आकर्षित करने के लिए नए और रचनात्मक तरीके अपनाना।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा के विकास के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग करना।